हर दिशा कुछ कहती है ….जानिए वास्तु के महत्वपूर्ण उपाय और बनाए अपने जीवन को समृद्धशाली
वास्तु विज्ञान में घर की प्रत्येक चीज के रख- रखाव और स्थिति पर ध्यान दिया जाता है।इसमें कई बार आपकी आदतें भी आपका भविष्य तय कर सकती हैं।
वास्तु के कुछ महत्वपूर्ण उपाय जो आपके जीवन में सुख शांति, मान-सम्मान और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने मदद करेंगे।
१. वास्तु विज्ञान के अनुसार बेडरूम की खिड़कियों में क्रिस्टल लगवाएं। इससे टकराकर जो रोशनी घर में आएगी वह घर में सकारात्मक उर्जा लाएगी जिससे आप स्वस्थ्य और उर्जावान महसूस करेंगे।
२.वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में सिर रख कर सोने से नींद की समस्या उत्पन्न हो सकती है।ऐसा माना जाता है, उत्तर दिशा में सिर करके सोने से मैग्नेटिक इफेक्ट अवरुद्ध होकर असंतुलित हो जाता है जिसके कारण आपको नींद ठीक से नहीं लगेगी।
३.वास्तु विज्ञान के अनुसार भोजन करने का उत्तम स्थान पश्चिम दिशा है,इस दिशा में मुख करके भोजन करना लाभप्रद माना गया है।
४. वास्तु शास्त्रानुसार स्वस्थ जीवन और दीर्घ आयु के लिए हमेशा सिर दक्षिण में तथा पैर उत्तर दिशा की ओर करके सोना उत्तम है। इस दिशा की ओर सिर रख कर सोने से व्यक्ति को शांति, सुख, खुशी, समृद्धि एवं आयुष की प्राप्ति होती है।
५.वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि उत्तर दिशा धन प्राप्ति के लिए एवम पूर्व दिशा की ओर मुख करके की गई पूजा ज्ञान प्राप्ति के लिए लाभदायी माना गया है।
६.वास्तुनुसार पूर्व दिशा में सिर रख कर सोने से स्मृति, एकाग्रता और स्वास्थ्य मे लाभ रहता है। इसके साथ ही मनुष्य की अध्यात्म मे रुचि बढ़ती है। वास्तु विज्ञान के अनुसार विद्यार्थियों को विशेष रूप से यादाश्त और एकाग्रता मे वृद्धि करने के लिए पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए।
७.वास्तु में मंदिर का स्थान व पूजा की भी दिशा निश्चित की गई है।घर या ऑफिस में पूजा का स्थान ईशान्य कोण में रखना सर्वोत्तम माना गया है।ऐसा कहा जाता है इससे परिवार की सुख- समृद्धि में बढ़ोतरी होती है।
८.ऐसा माना जाता है कि पूजन कक्ष में शुभ तथा सात्विक रंग जैसे हल्का हरा,पीला,जामुनी या क्रीम रंग का प्रयोग करना बेहतर होता है।
९.वास्तु में शंख का भी महत्व कहा गया है ऐसा माना जाता है इसकी ध्वनि से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है इसलिए पूजा घर में शंख जरूर होना चाहिए।
१०. वास्तुनुसार भोजन करने के लिए बेहतर स्थान पश्चिम दिशा है।घर की पश्चिम दिशा में बना डाइनिंग हॉल बेहद लाभदायक होता है।ऐसा माना जाता है इस दिशा में भोजन करने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं।
११. वास्तु अनुरूप दक्षिण-पश्चिम दिशा में डाइनिंग रूम बिल्कुल भी शुभ होता, इस दिशा में भोजन करने से शरीर में कई तरह के विकार उत्पन्न हो सकते है या स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होती रहती है।
१२. इसके साथ ही ध्यान देने योग्य बात यह है कि डाइनिंग रूम के ठीक सामने घर का मुख्य द्वार या शौचालय न हो अथवा घर में आपसी कलह व मानसिक कष्ट की आशंका रहती है।
१३.वास्तु के अनुरूप यदि कोई व्यक्ति पूर्व की ओर मुंह करके भोजन करता है तो व्यक्ति की दीर्घायु होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।इसके साथ ही पश्चिम की ओर मुंह कर के खाने से ऐसा माना जाता है कि संपन्नता और समृद्धि आती है।
१४. वास्तुनुसार दक्षिण एवं उत्तर की ओर मुख करके भोजन करना वास्तु सम्मत नहीं है । ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति की सेहत पर इसका अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है।
Author: Vastushastri-Achary Gopal Dhomne
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